अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ( प्रतिकुलपति, देव संस्कृति विश्वविद्यालय ) जम्मू-कश्मीर प्रवास के दूसरे दिन कार्यकर्ता जनसंपर्क अभियान के अंर्तगत सुंदरबनी, अखनूर, जम्मू एवं आस- पास के सीमावर्ती क्षेत्रों के गायत्री परिवार के नैष्ठिक परिजनों के घर पधारे । श्रद्धासंवर्धन के इस क्रम में डॉ चिन्मय पंड्या जी ने परिजनों का आत्मीयतापूर्ण भाव से प्रोत्साहन एवं अभिनंदन करते हुए उत्साह, उमंग को और तीव्रतर कर नूतन ऊर्जा संग मिशन के कार्यों में स्वयं जुटने एवं संपर्क में आने वाले प्रत्येक परिजन को गुरु कार्य के निमित्त जोड़ने के भाव एवं संकल्पों को जगाया । भारत- पाकिस्तान सीमा के निकट इन सुदूर क्षेत्रों में गायत्री परिवार के कार्यकर्ता एवं कार्यों का विस्तार पूज्य गुरुदेव के कथन “इक्कीसवीं सदी उज्जवल भविष्य” का मूर्त रूप प्रतीत होता है ।