!!मांट्रियल-कनाडा!!

कनाडा के मांट्रियल शहर में भव्य कलश यात्रा के साथ 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ हो गया। गायत्री परिवार के युवा आइकान आदरणीय डाॅ चिन्मय पण्ड्या जी ने वैदिक कर्मकांड कर कलश यात्रा को रवाना किया। कलश यात्रा में सैकडो माताओं बहनों ने सिर पर कलश लेकर उत्साहपूर्वक भाग लिया। – यह महायज्ञ कनाडा में 1996 में हुए अश्वमेघ महायज्ञ की रजत जयंती वर्ष के अवसर हो रहा है

इस अवसर आयोजित संगोष्ठी को युवा आइकान आदरणीय डाॅ चिन्मय पण्ड्या जी ने संबोधित किया। आदरणीय डाॅ चिन्मय पण्ड्या जी ने कहा कि जिन किन्हीं पर भगवान का हाथ होता है, कृपा होती है, वहीं चलता है, सफलता की सीढ़ी चढ़ता है। उत्तरोत्तर प्रगति करता है। आदरणीय डाॅ चिन्मय जी ने इस अवसर को सौभाग्य का सूर्योदय के रूप में प्रतिपादित किया।

सायं पावन गुरुसत्ता की सूक्ष्म उपस्थिति के साथ संगीतमय वातावरण में विराट् दीपमहायज्ञ सम्पन्न हुआ। दीपमहायज्ञ का संचालन शांतिकुंज प्रतिनिधियों ने किया। दीपमहायज्ञ की छटा मन को आनंदित करने वाला रहा। दूर दूर से आये सैकड़ो परिजनों ने बड़े ही उत्साह के साथ दीपमहायज्ञ में भाग लिया। इस दौरान सभी याजकों का उत्साह एवं प्रसन्नता को उनके चेहरे में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती थी।