हरिद्वार
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग के डाॅ.अरूणेश पाराशर को आई.एच.एम. व ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून ने सम्मानित किया। डाॅ. पाराशर ने आई.एच.एम. में टेक्नोलाॅजी के साथ एथिक्स नियमों पर अपना प्रस्तुतिकरण किया था इसके साथ ही ग्राफिक एरा के 7 दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट कार्यक्रम मंे शिक्षकों को रिसर्च फिलोसफी पर अपना व्याख्यान दिया था। इस व्याख्यान में डाॅ. पाराशर ने जीवन जीना एवं जीवन को भी शोध रूप में प्रस्तुत किया। प्रस्तुतिकरण के अनुसार शरीर को यंत्र एवं मन को मंत्र मानने से जीवन समग्रता की ओर बढ़ेगा। विदित हो कि देवभूमि विश्वविद्यालय में भी डाॅ. पाराशर ने रिर्सोस पर्सन एवं सेसन चेयर के रूप में मुख्य भूमिका निभाई थी। डाॅ. पाराशर के इस उपलब्धि पर प्रतिकुलपति डाॅ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि -एक ओर जहाँ संस्कृति संस्कार हमें जीवन जीने की कला सिखाते है वहीं समाज में लगाए गए नियम /कानून हमें बांध कर रखते है, जिससे जीवन की लयबद्धता बनी रहती है। संस्कृति, संस्कार रिसर्च, एथिक्स, टेक्नोलाॅजी सभी एक दूसरे के साथ मिलकर नया वातावरण बनाते है जो समग्रता से परिपूर्ण होता है। विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार ने पर्यटन विभाग को शुभकामनाऐं दी।
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