भारत के हिमालयी केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सुदूर सीमावर्ती भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग १५-२० किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिले राजौरी के सुंदरबनी क्षेत्र में प्रांतीय युवा सम्मेलन का आयोजन हुआ । अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ( प्रतिकुलपति, देव संस्कृति विश्वविद्यालय ) जम्मू-कश्मीर पधारे । डॉ चिन्मय पंड्या जी ने शिविर में दूर-सुदूर क्षेत्रों से पधारे परिजनों से भेंट परामर्श की । युवा चेतना जागरण सम्मेलन की संध्या में आयोजित हुए दीप महायज्ञ में हजारों युवाओं, नगर के प्रबुद्ध वर्ग एवं परिजनों को संबोधित करते हुए डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने सभी को व्यक्तित्व में छिपी अनंत संभावनाओं से अवगत कराया । पूज्य गुरुवर के अमृत पुत्रों के रूप में स्वयं को पहचान कर जम्मू कश्मीर के कोने कोने में युवा शक्ति को सृजन में लगा कर राष्ट्र एवं विश्व के उत्थान एवं युगऋषि के संकल्पों की पूर्ति में स्वयं को नियोजित करने के प्रेरक संदेश को प्रदान किया । सुंदरबनी क्षेत्र के इस ऐतिहासिक आयोजन के क्रम में गायत्री परिजनों के हृदय में नए उत्साह, उमंग एवं संकल्पों का संचार हुआ ।