( विषय – प्रतियोगिता के थीम 1 और थीम 2 के अनुसार)
- प्रविष्टियाँ स्वरचित होनी चाहिए। प्रतियोगिता में किसी और के विषय सामग्री की नकल पायी गई तो प्रविष्टियां मान्य नहीं होगी।
- स्वरचित कविता 350 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए (इसमें फुटनोट शामिल)। 150 से कम शब्दों के कविता का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।
- स्वरचित कविता अंग्रेजी या हिंदी भाषा में लिखा जा सकता है।
- प्रविष्टियां हस्तलिखित या टाइप की जा सकती हैं। यदि हस्तलिखित है, तो इसे स्पष्ट रूप से स्कैन किया जाना चाहिए और पढ़ने में स्पष्ट होना चाहिए। नीले या काले रंग के बॉल पेन के अलावा किसी अन्य पेन का प्रयोग वर्जित है। टाइप की गई सामग्री को सामान्य फॉन्ट और उचित स्पेसिंग के साथ स्पष्ट रूप से टाइप होना चाहिए।
- प्रविष्टियां पीडीएफ/जेपीईजी प्रारूप में होनी चाहिए। कोई अन्य प्रारूप स्वीकार्य नहीं किया जाएगा।
- स्वरचित कविता लेखन के सभी अधिकार देव संस्कृति विश्वविद्यालय के पास सुरक्षित रहेंगे।