A Memorandum of Understanding (MoU) has been signed between Dev Sanskriti Vishwavidyalaya (DSVV), Haridwar, and the Innovation and Incubation Hub MNNIT Foundation (IIHMF) of Motilal Nehru National Institute of Technology (MNNIT), Prayagraj. This MoU, operational through DSVV’s Sanskriti Centre for Incubation & Entrepreneurial Training (SCIET), aims to foster mutual collaboration in research, entrepreneurship, technology, and innovation. The agreement focuses on promoting startups, mentorship, and skill development while encouraging academic and research collaborations along with faculty and student exchanges. Additionally, it will involve organizing joint activities such as conferences, seminars, and workshops. This partnership opens up new avenues for students, faculty, and industry professionals, fostering growth in both academic and entrepreneurial spheres. The MoU was signed during the visit of Prof. Ravi Prakash Tewari, Director of IIHMF, in the presence of Respected Dr. Chinmay Pandya, Pro Vice Chancellor of DSVV. It marks a significant step toward creating meaningful cooperation between the two institutions, contributing not only to student development but also to the betterment of society. This will facilitate exposure to diverse perspectives and expertise, enriching the educational experience for all involved. By leveraging the strengths of both institutions, this partnership is poised to create new opportunities for students and contribute significantly to societal upliftment through knowledge and innovation.

 

देव संस्कृति विश्वविद्यालय (DSVV), हरिद्वार और मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT), प्रयागराज के इनोवेशन और इनक्यूबेशन हब (IIHMF) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह समझौता DSVV के संस्कार केंद्र इनक्यूबेशन और उद्यमिता प्रशिक्षण (SCIET) के माध्यम से संचालित होगा, जिसका उद्देश्य अनुसंधान, उद्यमिता, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है। यह साझेदारी स्टार्टअप्स को समर्थन देने, मेंटरशिप और कौशल विकास को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ अकादमिक और फैकल्टी आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करेगी। इसके तहत सम्मेलनों, सेमिनारों और कार्यशालाओं जैसी संयुक्त गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। यह समझौता छात्रों, शिक्षकों और उद्योग विशेषज्ञों के लिए नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा और अकादमिक एवं उद्यमिता के क्षेत्र में विकास को गति देगा। इस समझौते पर IIHMF के निदेशक प्रोफेसर रवि प्रकाश तिवारी की DSVV परिसर यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए, जिसमें DSVV के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या उपस्थित थे। यह समझौता दोनों संस्थानों के बीच सार्थक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल छात्रों के विकास में योगदान देगा बल्कि समाज के उत्थान में भी सहायक होगा।